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एक बेटी का पत्र माँ के नाम
मेरी अच्छी सी ,प्यारी सी माँ, मैं जानती हूँ आप माँ होने के साथ -साथ एक अच्छी दोस्त भी हैं फिर भी अपने मन ... -
फुर्सत के कुछ पल चुराएं
इस तेज रफ्तार जिंदगी से आओ, फुर्सत के कुछ पल चुराएं कुछ तुम अपनी कहो कुछ हम अपनी सुनाएं। इस दौड़-धूप भरी जिंदगी में ... -
बेटी का सुख
आप पढ़े -लिखे जरूर हैं तनिक पर आपकी सोच बहुत छोटी है। आप अपने रहन -सहन ,पहनावे से आधुनिक होने का दिखावा करते हैं ... -
जब उदास हो तुम्हारा मन तो —-
जब कभी उदास हो तुम्हारा मन तो कुछ पल बस यूं ही अपने संग बिता लिया करो। जब कभी उदास हो तुम्हारा मन तो ... -
यातायात के नियम हम सबके लिए हैं
हमारे देश में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या अन्य किसी कारण से होने वाली मौतों के मुकाबले दिन ब दिन बढ़ती जा ... -
बचपन की यादें
बचपन की यादें भूल नहीं पाता है दिल बचपन की यादों में खोकर सुकून बहुत पाता है दिल। चाँद ... -
स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत
हम खुद स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाकर ही तो दूसरों को प्रेरित कर सकते हैं । “चलो उठो,पहले डिनर फिर होमवर्क” सारिना अपनी बेटी ... -
आओ, हम भी कुछ करें
ढलती है रात आता है सबेरा प्रकृति की गोद में फिर हो जाता है सूरज का बसेरा । सूरज से प्रेरणा लेकर आओ, हम ... -
उस कल के लिए —-
हम उन लोगों से अपनी तुलना क्यों करते हैं जो हमसे बेहतर हैं उन लोगों की जिंदगी में झांककर क्यों नहीं देखते जो हमसे ... -
मुझे काटो ना
एक दिन मैं सुबह -सुबह मार्निंग वॉक के लिए जा रही थी तब मैंने देखा एक भला आदमी हरा -भरा पेड़ काटे जा रहा ...